बिझड़ी 28 अगस्त। बाबा बालक नाथ वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चकमोह में बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय बिझड़ी के सौजन्य से सोमवार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत किशोर-किशोरियों में लैंगिक समानता व युवा सोच हेतू एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी एन आर नेगी ने कहा कि लैंगिक संवेदनशील शिक्षा का उद्देश्य युवाओं के सामाजिक, मानसिक व स्वास्थ्य का विकास कर उन्हें रूढ़ीवादी मान्यताओं से मुक्त करना है ताकि उनमें खुले विचारों का प्रवाह हो सके और बिना लिंगभेद के सभी को अपने जीवन में उपलब्ध विकल्पों की अधिकतम संभव सीमाओं को खोलने का अवसर प्राप्त हो सके। एनआर नेगी ने कहा कि महिला एवं पुरुषों के लिए वर्तमान में निर्धारित भूमिकाएं जैविक कारणों की अपेक्षा सामाजिक प्रभावों से अधिक प्रेरित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में लैंगिक संवेदनशील शिक्षा के साथ-साथ इसका उद्देश्य युवाओं के सामाजिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का विकास कर रूढ़ीवादी मान्यताओं को दूर करना है।इस अवसर पर पाठशाला के प्रधानाचार्य ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के पर्यवेक्षक और महिला एवं बाल विकास की वृत पर्यवेक्षिका सरला कुमारी ने भी विद्यार्थियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
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