आज दिनाक 16/08/23 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉ आर केअग्निहोत्री जी की अध्यक्षता में सी ऍम ओ ऑफिस के कांफ्रेंस हॉल में ज़िलास्तरीय मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसमे जिसमे जिलास्वास्थ्य अधिकारी डा. संजय जगोता, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डा. सुनीलवर्मा डा. अजय अत्री व् डा. राकेश ठाकुर, स्वास्थ्य खंडों के खण्डचिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, लेखाकार, ब्लाक प्रोग्राममैनेजर व सूचना शिक्षा सम्प्रेषण ब्यूरो के कर्मचारी उपस्थित रहे l डा. अग्निहोत्री ने समस्त कार्यक्रमों कीउपलब्धियों की विस्तृत जानकारी लेकर जिला की विभिन्न कार्यकर्मों कीउपलब्धियों के उपर विस्तार से चर्चा की जिसे भिन्न -२ जिला कार्यक्रमअधिकारीयों द्वारा प्रस्तुत किया गया l मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारासमस्त गतिविधियों की समीक्षा करने के उपरान्त खण्ड चिकित्सा अधिकारीयोंको अपने अपने कार्यक्षेत्रों में व्यापक दौरे करने को कहा ताकि उन्हेंकार्यक्रमों की वास्तविक जानकारी प्राप्त हो तथा सहयोगी कर्मियों के लिएउनका मार्गदर्शन व सहयोग मिल सके l उन्होंने कहा कि वे अपने -२ दौरों कीविस्तृत रिपोर्ट प्रतिमाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यलय को नियमितरूप से भेजना सुनिश्चित करें l उन्होंने ने कहा कि भारी बरसात में पेयजलके अधिकतर स्त्रोत प्रदूषित हो चुके हैं जिसके परिणाम स्वरूप दस्त रोग,उल्टी, टायफाइड ज्वर तथा पीलिया जैसे जलजनित रोगों के फैलने की आशंका बनीरहेगी अत: इस सम्बन्ध में इन रोगों के उपचार के लिए सभी आवश्यक दवाइयोंका समुचित स्टाक रखें तथा स्वास्थ्य उपकेन्द्र से लेकर खंड स्तर तक केसभी स्वास्थ्य संस्थानों में रेपिड रिस्पांस टीमों को किसी भी विपरीतस्थिति से निपटने को तैयार रखें l उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादापेयजल की जाँच करवाएं तथा लोगों को समझाएं कि वे इस बरसात के मौसम मेंपीने के पानी को उबाल कर ही उपयोग में लाएं l उन्होंने इस सम्बन्ध मेंव्यक्तिगत, सामूहिक रूप से आम जनता को भी जलजनित रोगों के बारे मेंजागरूक करने की सलाह दी l राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की उपलब्धियों कीसमीक्षा उपरान्त कहा कि सभी बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में काम कर रहीटीमें रेफर किये जाने वाले बच्चों का पूरा रिकॉर्ड रखेगी और उनका फालोअप भी करेगी l मातृ स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा उपरांत मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने कहा कि सभी जोखिमपूर्ण गर्भवती महिलाओं का नाम एकरजिस्टर में दर्ज किया जाएगा ताकि इन सभी जोखिमपूर्ण गर्भवती महिलाओं कीव्यापक देखभाल सुनिश्चित हो और उनके जीवन के खतरों को कम से कम करकेसकुशल गर्भ समापन सुनिश्चित हो सके l
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