बिलासपुर 6 सितंबर 2023: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने आज जिला मुख्यालय के बचत भवन में बिलासपुर जिला में भारी बारिश से हुए नुकसान राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि हिमाचल में 12 हजार करोड रुपए से अधिक के नुकसान का आंकलन किया गया है जिसके मध्य नजर केंद्र सरकार को हिमाचल के आपदा आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण अब तक 400 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में भी सड़कों, पेयजल परियोजनाओं बिजली परियोजनाओं, कृषि विभाग, उद्यान विभाग व अन्य विभागों को लगभग 215 करोड रुपए के नुकसान का आंकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है इसके अंतर्गत अधिकांश मुख्य मार्गो को यातायात व्यवस्था के लिए सुचारु कर दिया गया है लोक निर्माण विभाग ने जिला में 80 प्रतिशत से अधिक सड़को की मुरम्मत कर दी है। जबकि जल शक्ति विभाग ने कुछ पेयजल योजनाओं को छोड़कर सभी क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को ठीक कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला में बिजली विभाग की सभी स्कीमों के मरम्मत का कार्य पूर्ण कर दिया गया है जिला का कोई भी क्षेत्र अब बिजली से वंचित नहीं है। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की क्षतिगत सड़कों और अन्य परियोजनाओं को जल्द से जल्द ठीक किया जाए ताकि जिलावासियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में 18 से लेकर 25 सितंबर तक मानसून सत्र आयोजित किया जा रहा है जिसमें प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान व पुनर्वास कार्यों पर चर्चा की जाएगी और आपदा के कारण बेघर हुए लोगों को फिर से बसाने के लिए विस्तृत योजना तैयार की जाएगी।उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश में विकसित राज्यों में गिना जाता है लेकिन आपदा के बाद हिमाचल के विकास का मॉडल कैसा होगा इस विषय पर गंभीर चिंतन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को आपदा से पार पाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा और दलगत राजनीति से ऊपर आकर नए और विकसित हिमाचल के निर्माण में अपना सहयोग करना होगा।उन्होंने बताया कि सीमित साधनों के बावजूद भी प्रदेश में राहत एवं पुनर्वास का कार्य युद्ध स्तर पर चला है प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल में आई इस आपदा के दौरान जिन जिलों में अधिक नुकसान हुआ है उन जिलों का वह स्वयं दौरा कर रहे हैं और राहत एवं बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कल ही मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई पर्यटन स्थल जिसमें शिमला, किन्नौर, चंबा, डलहौजी व कांगड़ा घाटी सहित अन्य पर्यटन गंतव्यों को यात्रा और भ्रमण के लिए खोल दिया गया है।बैठक में पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर,पूर्व विधायक बाबू राम,जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान, प्रदेश महासचिव कांग्रेस कमेटी विवेक कुमार जिला, परिषद सदस्य गौरव उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ निधि पटेल सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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