हमीरपुर 06 जनवरी। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की गरिमामयी उपस्थिति में ‘विकसित भारत-2047 में युवाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि हाल ही में भीषण प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हिमाचल प्रदेश ने आपदा प्रबंधन में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। विश्व बैंक और नीति आयोग जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने भी इसकी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए विशेष आपदा राहत पैकेज जारी किया है, लेकिन भारी तबाही की भरपाई के लिए हिमाचल को केंद्र सरकार की ओर से विशेष आर्थिक मदद की आवश्यकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार हिमाचल की व्यथा को समझेगी और प्रदेश को विशेष आर्थिक मदद जारी करेगी।एनआईटी परिसर में उपराष्ट्रपति के आगमन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि ‘मिनिस्टर इन वेटिंग’ के रूप में प्रदेश सरकार की ओर से उपराष्ट्रपति के अभिनंदन के साथ-साथ उन्हें एनआईटी के पूर्व विद्यार्थी के रूप में भी उपराष्ट्रपति के स्वागत का गौरव प्राप्त हुआ है। राजेश धर्माणी ने कहा कि उपराष्ट्रपति के दौरे से हिमाचल के विद्यार्थियों को बहुत बड़ी प्रेरणा मिली है।एनआईटी की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि इस संस्थान से निकले विद्यार्थियों ने देश और दुनिया में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इस संस्थान के विद्यार्थी देश-प्रदेश और मानवता के लिए बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। विकसित भारत के निर्माण में इस संस्थान के विद्यार्थी बड़ी भूमिका अदा करेंगे।——–‘मिनिस्टर इन वेटिंग’ के रूप में प्रदेश सरकार की ओर से किया उपराष्ट्रपति का स्वागत कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने हमीरपुर प्रवास के दौरान प्रदेश सरकार की ओर से ‘मिनिस्टर इन वेटिंग’ के रूप में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का एनआईटी हैलीपैड पर स्वागत किया। इसके बाद दोसड़का के पुलिस मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भी राजेश धर्माणी उपराष्ट्रपति के साथ मौजूद रहे।
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