ऊना, 29 अक्तूबर। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त जतिन लाल ने लोगों की सुरक्षा को मद्देनज़र रखते हुए पटाखा विक्रेताओं के लिए एडवाजरी जारी की है। उन्होंने एडवाज़ारी में पटाखा विक्रेताओं को पटाखा स्टॉलों और भंडारण वाले संस्थानों को अग्नि सुरक्षा के निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाने के साथ-साथ स्टॉल बैनरों पर अग्नि सुरक्षा के निर्देशों को प्रमुखता से मुद्रित करने को कहा है।क्या करें और क्या न करेंजतिन लाल ने कहा कि लाइसेंस प्राप्त विक्रेताओं से पटाखे खरीदें और कानूनी रूप से स्वीकृत गुणवत्ता वाले पटाखे ही खरीदें ताकि दुर्घटनाओं के जोखिम को कम किया जा सके। इमारतों, वाहनों और ज्वलनशील पदार्थों से दूर, पार्क या बड़े मैदान जैसे खुले क्षेत्रों में पटाखे चलाएं। पास में पानी की एक बाल्टी रखें। चोटों के जोखिम को कम करने के लिए सूती कपड़े पहनना सुनिश्चित करें क्योंकि सिंथेटिक कपड़े आसानी से आग पकड़ सकते हैं। पटाखे जलाते समय हमेशा बच्चों की निगरानी के लिए घर का कोई बड़ा सदस्य साथ रहे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुरक्षा उपायों का पालन कर रहे हैं। पटाखों का उचित तरीके से निपटारा करें। पटाखे चलाने के बाद, अर्ध जले हुए पटाखों से दूर रहें। एक बार में एक पटाखा चलाएं। अप्रत्याशित विस्फोटों को रोकने के लिए एक साथ कई पटाखे जलाने से बचें। चोट से बचने के लिए पटाखे जलाने के बाद उनसे सुरक्षित दूरी पर खड़े हों। पटाखे जलते समय अगर कहीं आग की घटना हो जाये तो तुरंत अग्निशमन विभाग के टोल फ्री नंबर 101 या आपातकालीन केंद्र ऊना के 1077 पर सूचित करें।जतिन लाल ने कहा कि घर के अंदर, खिड़कियों के पास या अन्य सीमित जगहों पर कभी भी पटाखे न चलाएँ। ढीले या अधिक घेराव वाले कपड़े न पहने ऐसे ढीले कपड़े पहनने से बचें जो आसानी से आग पकड़ सकते हैं। ज्वलनशील पदार्थों के पास पटाखे न जलाएँ, पटाखों को सूखे पत्तों, गैस सिलेंडर या वाहनों जैसी चीजों से दूर रखें। बिना जले पटाखों को दोबारा न चलाएं, अगर कोई पटाखा जलने में विफल हो जाता है, तो उसे दोबारा जलाने की कोशिश न करें। कुछ मिनट प्रतीक्षा करें और फिर सुरक्षित तरीके से उसका निपटारा करें। आपातकालीन निकास को अवरुद्ध न करें। यह सुनिश्चित करें कि पटाखे उन क्षेत्रों में न चलाए जाएँ जो आग लगने की स्थिति में निकास या भागने के मार्ग को अवरुद्ध कर सकते हैं। मोमबत्तियाँ या दीये को लावारिस न छोड़ें। तेल के दीये, मोमबत्तियाँ या दीये को कभी भी लावारिस न छोड़ें, खासकर पर्दे या ज्वलनशील पदार्थों के पास। चोटों को नजरअंदाज न करें। किसी भी चोट या जलन के मामले में, तुरंत चिकित्सा सहायता लें। इसके अलावा उचित मार्गदर्शन के बिना घरेलू उपचार का प्रयास न करें।
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