हमीरपुर 09 जून: एडीसी जितेंद्र सांजटा ने शुक्रवार को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के अधिकारियों और सभी खंड विकास अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करके जिला में ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि जिला में इस वित्त वर्ष के पहले दो महीनों के दौरान मनरेगा के तहत लगभग 5 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि मनरेगा में छोटे-छोटे विकास कार्यों के अलावा कनवर्जंेस के माध्यम से भी कई बड़ी परियोजनाओं पर कार्य किया जा सकता है। इस ओर विशेष बल दिया जाना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए एडीसी ने कहा कि जिला में मिशन के तहत लगभग 2.14 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों से कहा कि वे पंचायत प्रतिनिधियों को ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन से संबंधित कार्यों के लिए भी प्रेरित करें, ताकि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लगातार बढ़ती जा रही कचरे की समस्या का स्थायी समाधान हो सके। बैठक में जल संरक्षण कार्यों एवं अमृत सरोवरों के निर्माण, सांसद आदर्श ग्राम योजना, आवास योजनाओं, एनआरएलएम और अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की गई।
इस अवसर पर डीआरडीए के परियोजना अधिकारी राजकुमार ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में विभिन्न विकास खंडों के खंड विकास अधिकारी, पंचायतीराज विभाग तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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