बिलासपुर : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा में समग्र शिक्षा के तहत स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विधानसभा क्षेत्र श्री नैना देवी की 261पाठशालाओं के 700 से ज्यादा एसएमसी सदस्यों, अध्यापकों ने इस कार्यशाला में भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यशाला के दौरान, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली एसएमसी समितियों और सदस्यों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर उपनिदेशक जोगिंदर राव ने भी खास तौर पर शिरकत की और अपने संबोधन में पाठशालाओं के सर्वांगीण विकास और शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एसएमसी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के हित और पाठशाला की बेहतरी के लिए काम करना है। इस मौके पर मुख्यातिथि ने स्कूल के सर्वांगीण विकास में बेहतर कार्य करने वाली सात स्कूल प्रबंधन समितियों को बेस्ट एसएमसी अवॉर्ड से सम्मानित किया।
उत्कृष्ट कार्य करने के लिए बेस्ट स्कूल प्रबंधन 2023-24 के लिए राजकीय प्राथमिक स्कूल कलरी, जी पी सी एस जाकतखाना, जी पी सी एस कोटला, राजकीय उच्च विद्यालय डीग्थली, राजकीय उच्च विद्यालय समताहन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जामली और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रानीकोटला को नवाजा गया। डाइट जुखाला से एसएमसी कोऑर्डिनेटर सोमदत्त कालिया ने एसएमसी सदस्यों और अध्यापकों को जागरूक करते हुए कहा कि बच्चों के नामांकन को बढ़ावा देना और स्कूल के विकास में अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एसएमसी की बैठकों में सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए और सभी निर्णय स्कूल की बेहतरी और बच्चों के विकास को ध्यान में रखते हुए लिए जाने चाहिए।
कार्यशाला में शिक्षा संवाद के महत्व पर भी बल दिया गया। स्कूलों की आंतरिक और बाहरी स्वच्छता, बेहतरीन ढांचे और स्कूल विकास योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। रिसोर्स पर्सन के रूप में डा. सुरेश भारद्वाज ने शिरकत की और एसएमसी सदस्यों को सुझाव दिया गया कि वे अपने स्कूलों को बेहतर बनाने और बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने में सहयोग दें। साथ ही उन्होंने सदस्यों को उनके दायित्व व कर्तव्यों तथा सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं के बारे में बताया। इसके अलावा शिविर में प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं साझा कीं जिनका विशेषज्ञों ने समाधान प्रस्तुत किया। उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग जोगिंद्र सिंह राव ने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
More Stories
भारत में एकता और विविधता: हमारी असली पहचान:डॉक्टर चन्दन भारद्वाज
ई-केवाईसी और बेसिक सेफ्टी चेक करवाएं गैस उपभोक्ता
छात्राओं को बताया कि मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण का महत्व