आज दिनांक 27 जुलाई 2023 को केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में एन. ई. पी. (राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020) की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकार वार्ता में केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के प्राचार्य श्री सुनील चौहान ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति से संबंधित जागरूकता जनमानस तक पहुंचाने के उद्देश्य से भारत के हर राज्य के प्रत्येक जिले में इस तरह की पत्रकार वार्ताओं का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के उद्देश्य एवं कार्य प्रणाली पर भी प्रकाश डाला।उन्होंने एन.ई.पी. पर चर्चा करते हुए पत्रकारों को बताया कि अंतिम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में बनाई गई थी जिसमें वर्ष 1992 में संशोधन किया गया था। वर्तमान नीति 29 जुलाई 2020 को घोषित की गई थी। इसे अंतरिक्ष वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट पर आधारित है। इस नीति के अन्तर्गत पाठ्येतर और पाठ्यचर्या विषयों और शैक्षणिक, व्यावसायिक, या कलात्मक विषयों के बीच बहुत अंतर नहीं होगा। मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान का महत्व बढ़ाया जाएगा। 10+2 के मॉडल को 5+3+3+4 मॉडल में बदला जाएगा। छात्रों को राज्य की आधिकारिक भाषा में अध्ययन करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। छात्रों को दो बार बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति प्रदान की जाएगी। देश के सकल घरेलू उत्पाद के 1.7% के बजाय, सरकार शिक्षा के लिए 6% आवंटित करेगी। लिंग समावेशन कोष की पूर्ण रूप से स्थापना की जाएगी।सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करेगी कि प्रतिभाशाली बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पूर्व के 10+2 शिक्षा पैटर्न को नए 5+3+3+4 पैटर्न से बदल दिया जाएगा। अंडर ग्रेजुएट कोर्स चार साल चलेगा।
शिक्षक के पद के लिए आवेदकों को 4 साल का एकीकृत बी.एड कोर्स पूरा करना होगा। शास्त्रीय भाषाओं व साहित्य से संबंधित पाठ्यक्रमों को सरकार द्वारा स्कूलों में संचालित किया जाएगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत वर्ष 2030 तक सकल नामांकन अनुपात को 100% लाने का लक्ष्य रखा गया है। नई शिक्षा नीति की घोषणा के साथ ही मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय का नाम परिवर्तित कर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है।श्री सुनील चौहान ने बाल वाटिका पर भी सभी को विस्तृत जानकारी दी उन्होंने बताया की इस वर्ष भारत के 450 केंद्रीय विद्यालयों में बाल वाटिकाएं शुरू की जा रही हैं तथा चरणबद्ध तरीके से सभी केंद्रीय विद्यालयों में शुरु कर दी जाएंगी।इस वार्ता में उच्च शिक्षा के उपनिदेशक श्रीमती शकुन्तला पटियाल, केंद्रीय विद्यालय नादौन के प्राचार्य एस० डी० लखनपाल, जवाहर नवोदय विद्यालय, डूंगरी के उप- प्राचार्या श्रीमती निशि गोयल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बालिका )हमीरपुर के अधीक्षक श्री कंवर राज, हमीरपुर पब्लिक स्कूल के प्राचार्य श्री घनश्याम , हिम अकादमी पब्लिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती हिमांशु , हिम अकादमी पब्लिक स्कूल के निदेशक श्री पंकज लखनपाल, सिल्वर बेल्स स्कूल के उप-प्राचार्य श्री परवीन तथा प्राचार्या श्रीमती मंजू ठाकुर उपस्थित रहे।
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