आज दिनांक 11 सितंबर 2023 को केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में हिमालय उन्नति मिशन एस.एस.आर.डी.पी.ट्रस्ट के अंतर्गत औषध पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया आयुष मंत्रालय भारत सरकार, राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र उत्तर भारत- I के सौजन्य से इस कार्यक्रम काआयोजन किया गया | इसके अंतर्गतआर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था की ओर से आए प्रतिनिधियों श्रीमती निर्मल, श्री विद्यासागर शर्मा- उपनिदेशक (सेवानिवृत्ति) हॉर्टिकल्चर डिपार्मेंट हिमाचल प्रदेश सरकार, श्री अंकित शर्मा, विद्यालय इको क्लब की प्रभारी श्रीमती रोमा टेग्टा व विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में अश्वगंधा,कालमेघ,मौरिंगा और श्योनाक औषधीय पौधों के बीजों का आरोपण किया |श्री विद्यासागर शर्मा जी ने इन औषधीय पौधों के लाभों से विद्यार्थियों को अवगत करवाते हुए बताया कि श्योनाक-सामान्य कमजोरी में विशेष रूप से पेट की गड़बड़ी से होने वाली कमजोरी में यह लाभकारी है। श्योनाक के फल कफनिसारक, ज्वर, उदरसक्रियतावर्धक, तथा पाचक होते हैं।अश्वगंधा के बारे में बात करने से पहले इस जड़ी-बूटी का इतिहास जानना आवश्यक है। यह औषधि करीब ६००० बी. सी. पुरानी है जिसको आयुर्वेदिक उपचार में सबसे महत्वपुर्ण दर्जा दिया गया है। यह जड़ीबूटी कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक रोगों को दूर करने में कारगर है। अर्थात अश्वगंधा एक सम्पूर्ण आयुर्वेदिक औषिधि है जिसके सेवन सेहर व्यक्ति अपनी ऊर्जा और क्षमता बढ़ा सकता है।
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