हमीरपुर 03 फरवरी जिला की लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रयासरत भाषा एवं संस्कृति विभाग ने बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास दियोटसिद्ध के परिसर में जिला स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता आयोजित की, जिसमें जिले भर से कुल नौ सांस्कृतिक दलों और महाविद्यालयों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में शुभम म्यूजिकल ग्रुप दंगड़ी ने प्रथम स्थान, कुसुम कला मंच लदरौर ने द्वितीय स्थान तथा भगवती म्यूजिकल ग्रुप टौणी देवी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम डॉ. रोहित शर्मा और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद मां सरस्वती की आराधना एवं पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन के साथ कार्यक्रम विधिवत रूप से शुरू हुआ। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए एसडीएम डॉ. रोहित शर्मा ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार विभाग ने जिला स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता का आयोजन जिला मुख्यालय से बाहर करवाकर एक सराहनीय पहल की है। मुख्य अतिथि, अन्य अतिथियों, निर्णायक मंडल के सदस्यों और सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए जिला भाषा अधिकारी निक्कू राम ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति ही हमारी पहचान है। इसके संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रत्येक नागरिक को आगे आना चाहिए। उन्होंने जिला के सभी कलाकारों से आग्रह किया कि वे कला के प्रति समर्पित भाव रखते हुए इसे अपने जीवन में आत्मसात करें तथा जिला हमीरपुर की लोककलाओं को सबके सम्मुख लाएं। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में संजय शर्मा, डॉ. दिलवर कटवाल और जिला की वरिष्ठ कलाकर मनसा पंडित शामिल रहीं। ऋषि शर्मा ने समय परिचर तथा आचार्य केवल कुमार ने मंच संचालक के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कीं।
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