हमीरपुर 07 मई:- मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प राज्य सरकार सभी सरकारी शिक्षण संस्थानों में ढांचागत विकास के साथ-साथ राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री इन राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए भी प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर आधुनिक शिक्षा सुलभ बनाना चाहते हैं। प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को तेजी से क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं अधिकारियों से इसकी निरंतर रिपोर्ट तलब कर रहे हैं। शिक्षा की दृष्टि से देश के अग्रणी जिलों में शुमार जिला हमीरपुर में भी राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया तेजी से जारी है। उपायुक्त हेमराज बैरवा के निर्देशानुसार जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों हमीरपुर, नादौन, सुजानपुर, बड़सर और भोरंज में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों के लिए जमीन हस्तांतरण प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के गांव कोहडरा में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए जमीन शिक्षा विभाग के नाम कर दी गई है। इस जमीन का इंतकाल भी करवा दिया गया है। मुख्यमंत्री के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन के गांव अमलैहड़ में डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए चयनित वन भूमि की री-असेसमेंट प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। आने वाले दिनों में सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होते ही यह भूमि भी शिक्षा विभाग को हस्तांतरित हो जाएगी।
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव चमियाणा के पास डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए चिह्नित भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक औपचारिकताएं अंतिम चरण में हैं। भोरंज विधानसभा क्षेत्र के गांव करहा में भी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए भूमि पहले ही चिह्नित कर ली गई थी, लेकिन इसके लिए बनने वाले संपर्क मार्ग में कई स्थानीय लोगों की निजी भूमि आड़े आ रही थी। इस संबंध में स्थानीय लोगों के साथ सहमति बन गई है और जल्द ही इसकी प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। उधर, हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्थापना के लिए गांव कल्लर दतियांला में भूमि चिह्नित करके इसके हस्तांतरण संबंधी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उधर, उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल योजना प्रदेश सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक-एक डे-बोर्डिंग स्कूल का निर्माण किया जाना है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला हमीरपुर के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में भी डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जा रहा है तथा अधिकारियों से हर हफ्ते इस प्रक्रिया की प्रगति से संबंधित रिपोर्ट तलब की जा रही है। उन्होंने बताया कि बड़सर विधानसभा क्षेत्र के गांव कोहडरा में डे-बोर्डिंग के लिए जमीन शिक्षा विभाग के नाम हस्तांतरित हो चुकी है और इसका इंतकाल भी करवा दिया गया है।
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