ऊना, 11 अगस्त – ऊना के शिक्षक टीचर अब मेंटर बनकर स्कूली छात्रों को नशे से बचाने साथ-साथ लाईफ स्किल के गुर सिखाएगें। इसी कड़ी में नशा मुक्त ऊना अभियान के तहत मेंटर टीचर का दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। जिला के स्कूलों में बच्चों को नशे के खिलाफ जागरुक करने व उनमें लाइफ स्किल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय मेंटर टीचर कार्यशाला आयोजित हुई। इस कार्यशाला में हरोली ब्लॉक के 49 स्कूलों से आए मेंटर टीचर शामिल थे। कार्यशाला में मुख्य स्त्रोत विजय कुमार ने अध्यापकों से आहवान किया कि नशा मुक्त ऊना अभियान में उनकी भूमिका सबसे अहम है। स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को नशे से होने वाले नुक्सानों से अवगत करवाना सबसे जरूरी है क्योंकि इन युवाओं पर ही देश का भविष्य टिका हुआ है। जागरुकता की कमी के चलते यही वर्ग नशे का सबसे आसान शिकार होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम स्कूली स्तर पर ही मेंटर टीचर के माध्यम से जागरुकता कार्यक्रम चलाकर उन्हें इतना मजबूत बनाए कि वे नशे के न और जिंदगी को हां कह सके। स्त्रोत निशिल शर्मा ने कार्यशाला में सेफ और अनसेफ टच से टू नो विषयों पर चर्चा करते हुए बताया कि विद्यार्थियों को स्कूल में हेल्दी फूड का महत्त्व बताने के साथ-साथ उन्हें मानसिक तौर पर इनता मज़बूत करना होगा कि वे हर परिस्थितियों का मजबूती से मुकाबला कर नशे व अन्य अवैध गतिविधियों को न कह सकें। इस कार्यशाला में सभी स्कूलों से एक-एक मेंटर टीचर को प्रशिक्षित किया जाएगा जो नशा मुक्त ऊना अभियान के तहत स्कूल इंटरवेशन प्रोग्राम को स्कूलों में संचालित करेगें।
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