सुजानपुर 24 जून। समाज में बेटा-बेटी में भेदभाव को समाप्त करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आयोजित किए जा रहे विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों की कड़ी में विभाग ने नगर परिषद सुजानपुर, ग्राम पंचायत करोट और ग्राम पंचायत पनोह में बेटियों के जन्मोत्सव मनाए गए। उक्त तीनों स्थानीय निकाय क्षेत्रों में हाल ही में जन्म लेने वाली 30 बेटियों के लिए आयोजित किए गए इन कार्यक्रमों के दौरान केक काटे गए और परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से बधाई संदेश दिए गए। सुजानपुर में आयोजित कार्यक्रम में सभी महिलाओं और उनकी बेटियों को बधाई देते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि बेटियां हमारी सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर हैं। वे समाज का प्रथम और सर्वाधिक मजबूत स्तंभ हैं और ईश्वर से मानवता को मिला सबसे कीमती उपहार हैं। एक सभ्य समाज के रूप में हमें मानवता की इस सांझी विरासत को सहेज कर रखना चाहिए और उनके धरती पर आगमन को उत्सव के रूप में मनाना चाहिए। सीडीपीओ ने कहा कि बेटियां सुखद भविष्य की शुभकामनाएं, संभावनाएं और मंगल आशाएं हैं।
इतिहास गवाह है कि बेटियों को उच्च सम्मान देने वाले समाज और देश ही प्रगति के शिखर पर पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का उद्देश्य प्रगतिशील एवं प्रतिस्पर्धी समाज के इन्हीं मूल्यों की पुन: स्थापना करना है। यह योजना देश की बालिकाओं की आवाज को सशक्त बनाने, उनकी योग्यताओं और क्षमताओं की पहचान कर उन्हें उपयुक्त अवसर प्रदान करने, उनके सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों पर समाज को जागृत करने और लिंग भेद को समाप्त करने हेतु समर्पित है। इन तीनों कार्यक्रमों में बेटियों के परिजनों और स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के अलावा अन्य महिलाओं ने भी भाग लिया।
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