March 12, 2025

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वेद धारा ग्लोबल स्कूल में दो दिवसीय क्षमता निर्माण (Capacity Building Program) कार्यशाला का सफल आयोजन

ज्वालामुखी: वेद धारा ग्लोबल स्कूल, धनोट में 12 और 13 फरवरी 2025 को दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम (Capacity Building Program) का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य विषय “एक्सपीरिएंशियल लर्निंग” (Experiential Learning) था। कार्यक्रम में छह स्कूलों से कुल 60 शिक्षकों ने भाग लिया।

कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय के निदेशक श्री शैलेंद्र मिश्र, प्रबंधक श्रीमती निगम शर्मा और प्रधानाचार्य श्री मनोज जोशी द्वारा रिसोर्स पर्सन आर्मी पब्लिक स्कूल जम्मू से जतिंदर कौर और रुद्रा इंटरनेशनल स्कूल मोहाली की प्रधानाचार्या नेहा के स्वागत के साथ हुआ।पहले दिन: शिक्षकों को प्रभावी शिक्षण विधियों के महत्व से परिचित कराया गया।अनुभवात्मक अधिगम पर विस्तार से चर्चा की गई, जिससे छात्रों की सीखने की क्षमता में वृद्धि हो सके।

रचनात्मक पाठ योजना (Lesson Planning) बनाने के नवीन तरीकों पर प्रकाश डाला गया।दूसरे दिन: व्यावहारिक शिक्षण तकनीकों (Interactive Teaching Methods) पर विशेष सत्र आयोजित किए गए।छात्र-केंद्रित शिक्षण (Student-Centric Learning) को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ करवाई गईं।शिक्षकों ने नवाचार आधारित शिक्षण (Innovative Teaching) पर व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।कार्यशाला में शिक्षकों ने शिक्षण को प्रभावी और रोचक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कौशल सीखे।

उन्हें यह सिखाया गया कि कक्षा में छात्र-छात्राओं की अभिव्यक्ति और सहभागिता को कैसे बढ़ाया जाए और उन्हें सीखने के लिए प्रेरित किया जाए।विद्यालय की प्रबंधक श्रीमती निगम शर्मा ने कहा, “ऐसी कार्यशालाएं शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ने का कार्य करती हैं। इससे वे विद्यार्थियों को अधिक प्रभावी ढंग से शिक्षित कर सकते हैं।”वहीं, प्रधानाचार्य श्री मनोज जोशी ने कहा, “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण मिलना आवश्यक है। यह कार्यशाला निश्चित रूप से शिक्षकों को अपने शिक्षण कौशल को निखारने में मदद करेगी।”शिक्षकों ने इस कार्यशाला को बेहद ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि वेद धारा ग्लोबल स्कूल भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करता रहेगा, जिससे शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से अवगत कराकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायता मिले।