ऊना, 26 अप्रैल :- कृषि विभाग, डीआरडीए, आईसीडीएस और आतमा प्रौजेक्ट मिलेट्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें ताकि लोग इस अपनी डाईट में शामिल करें। यह जानकारी उपायुक्त राघव शर्मा ने संबंधित विभागों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि पूर्व में भारत में मिलेट्स जिसमें बाजरा, ज्वार, कोदरा, रागी आदि प्रमुख अनाज़ होते थे लेकिन वर्तमान में लोगों ने इनका उपयोग करना छोड़ दिया और किसानों ने भी इन अनाज़ों की खेती करना बंद कर दिया। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिला की सभी कृषि सखियों के लिए मिलेट्स के बारे में जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण शिवरों का आयोजन करें ताकि वह अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगांे को मिलेट्स के बारे में जानकारी उपलब्ध करवा सकें।
उन्होंने आतमा प्रोजैक्ट के अधिकारियों से कहा कि वे पंचायत स्तर तक एक बीघा भूमि पर मिलेट्स की खेती के प्रदर्शनी स्थल बनाएं ताकि ग्रामीण स्तर पर किसानों का मिलेटृस की खेती करने की ओर रूझान बढ़ सके।उपायुक्त ने एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी से कहा कि जिला की समस्त आंगनबाड़ी वर्करों को मिलेट्स के महत्व बारे अवगत करवाएं तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलेट्स से संबंधित अनाज़ को भी उगाएं ताकि आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलेट्स गार्डन बनाएं। उन्होंने कहा कि आईसीडीएस के माध्यम से आयोजित होने वाले पोषण माह के दौरान लगने वाले शिवरों में भी मिलेट्स से तैयार व्यंजनों को भी प्रदर्शित करें ताकि इससे भी लोग प्रेरित हो सके।बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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