December 26, 2024

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मुख्यमंत्री के पटवार सर्कल गारनी में स्थापित हो रहे सोलर प्लांट पर मचा बवाल, जानिए क्या है पूरा मामला!

नादाैन :- प्रदेश के मुख्यमंत्री के पटवार सर्कल गारनी के गांव कल्लूर में सरकार द्वारा ठेके पर स्थापित करवाए जा रहे सोलर प्लांट पर ग्रहण लग गया है और इस कार्य का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया है। आज पेड़ कटान के लिए मार्किंग करने आए कंपनी के अधिकारियों का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिस भूमि पर यह स्थापित किया जा रहा है वह सरकार द्वारा उन्हें दान दी गई है और वह पीढ़ियों से यहां खेती बाड़ी आदि कार्य करके गुजर-बसर कर रहे हैं। लोगों ने सरकार के इस कार्य को जबरन एवं सीनाजोरी भरा कृत्य बताया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस कार्य को शीघ्र अति शीघ्र रोक देने का आग्रह किया है।

ग्रामीणों वार्ड पंच पवन कुमार सहित राजेंद्र कुमार, किशोरीलाल, रूपलाल, कुलवंत सिंह, काका कुमार, रोशन लाल, जीवन कुमार, बिहारीलाल, गांधी राम, सिणू राम, प्रकाश चंद, बालकिशन, रमेश चंद, यश पाल, अशोक कुमार, तरसेम लाल, चमारू राम, रोशन लाल, केवल कृष्ण, राज कुमार, संजय स्याल, जगदीश कुमार, अशोक कुमार, अश्विनी कुमार, दीपचंद, मदनलाल, दुनीचंद, सतीश कुमार, अजय कुमार, रतन चंद, ब्रह्म दास, राधा राम, पूर्णचंद, रविंद्र कुमार, जाट, भगवानदास, तोतू राम, देशराज सहित अन्य ग्राम वासियों का कहना है की खसरा नंबर 779, 780, 784, 785 कि लगभग 520 कनाल भूमि उन्हें सन 1974 इंदिरा सरकार के समय में दान में मिली थी व उन्हीं दिनों से हम लोग यहां खेती-बाड़ी करते चले आ रहे हैं। कई पीढ़ियों से हमारे परिवारों का यहां भरण-पोषण हो रहा है परंतु अचानक वन विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने आकर यहां खड़े पेड़ों पर काटे जाने के लिए नंबरिंग शुरू कर दी जिससे मालूम पड़ा कि यहां सरकार किसी कंपनी को सोलर प्लांट लगाने के लिए भूमि दे रही है जोकि हम ग्रामीणों के साथ सरासर अन्याय है।

ग्रामीणों का कहना है कि इस अन्याय के खिलाफ जमकर लड़ाई लड़ेंगे चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो। ग्रामीणों ने बताया इंतकाल नंबर 334 में स्पष्ट तौर पर इस भूमि को तब्दील मिल्कियत करके हिमाचल प्रदेश सरकार किया गया है जबकि उससे पहले यह भूमि विनोबा भावे यज्ञ बोर्ड से ग्रामीणों को दान दी गई थी परंतु ना जाने किस प्रकार इस भूमि को हिमाचल प्रदेश सरकार के नाम लगाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ नाइंसाफी हो रही है जबकि विकास के नाम पर कंपनियों को यहां पर लाकर ग्रामीणों के साथ सीनाजोरी की जा रही है।

वहीं, ग्राम पंचायत प्रधान कलूर राजेंद्र कुमार उर्फ लकी का कहना है की सरकार ग्रामीणों की भूमि ना लेकर अपनी जगह कवर कर रही है और यहां पर सोलर प्लांट लगाए जाने का कार्य प्रगति पर है। वहीं दूसरी ओर राजस्व विभाग के अधिकारी इस पर कुछ कहने से बचते रहे।