हमीरपुर 02 अगस्त। उपायुक्त कार्यालय परिसर में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के माध्यम से संचालित किए जा रहे जिला पुनर्वास केंद्र में दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए अब कृत्रिम अंग व प्रत्यंग निर्माण कार्यशाला भी स्थापित की गई है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बुधवार को इस कार्यशाला का उदघाटन किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि किसी दुर्घटना और अन्य कारणों से अपने हाथ, पैर या शरीर का अन्य अंग गंवा चुके दिव्यांगजनों, विशेष रूप से सक्षम लोगों और किसी गंभीर बीमारी के कारण शारीरिक रूप से अक्षम हुए लोगों के लिए यह कृत्रिम अंग व प्रत्यंग निर्माण कार्यशाला एक वरदान साबित हो सकती है। उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यशाला में कृत्रिम हाथ-पैर और अन्य अंगों के निर्माण एवं फिक्सिंग से संबंधित विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा दिव्यांगजनों के लिए अन्य सहायक उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। दिव्यांगजन यहां अपने पुराने कृत्रिम अंगों की मरम्मत भी करवा सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि विभिन्न युद्धों एवं सैन्य ऑपरेशनों में अपने अंग गंवा चुके जिला के भूतपूर्व सैनिकों सहित सभी दिव्यांगजनों को यहां बहुत कम दरों पर कृत्रिम अंग मुहैया करवाए जाएंगे। हेमराज बैरवा ने बताया कि जिला पुनर्वास केंद्र में दिव्यांगजनों को फीजियोथैरेपी और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। इस केंद्र में अन्य आधुनिक सुविधाओं के प्रावधान के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का सहयोग भी लिया जाएगा, ताकि जिला के दिव्यांगजनों को एक ही छत के नीचे कई सुविधाएं उपलब्ध हो सकें और इस केंद्र का संचालन बेहतर ढंग से हो सके। इस अवसर पर एडीसी जितेंद्र सांजटा और डीआरडीए के परियोजना अधिकारी एवं जिला पुनर्वास केंद्र के नोडल अधिकारी राजकुमार ने उपायुक्त को केंद्र की विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया। जबकि, कृत्रिम अंग व प्रत्यंग निर्माण कार्यशाला के टैक्निशियन मनोज कुमार ने कृत्रिम अंगों के निर्माण एवं फिक्सिंग की विस्तृत जानकारी दी। कृत्रिम अंगों के संबंध में अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 70182-91930 पर या जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के दूरभाष नंबर 01972-221407 पर संपर्क किया जा सकता है।
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