ऊना 21 सितम्बर: एग्रीऑर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड हिमाचल प्रदेश द्वारा गगरेट विधानसभा क्षेत्र के गांव क्योड़ी में मत्स्य पालन व बाजरा उत्पादन के लिए किसानों को प्रेरित करने हेतू एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में लगभग 50 किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर संेट्रल इंस्टीच्यूट फिशरी टैक्नोलॉजी से प्रशिक्षण प्राप्त व कंपनी निदेशक अखिल राणा ने बताया कि सितम्बर, 2020 में गठित इस कम्पनी के 304 किसान शेयरधारक हैं और इसकी इक्वीटी पूंजी 70 लाख है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कंपनी मत्स्य पालन से जुड़े किसानों के लिए फीड का उत्पादन कर रही है और शीघ्र ही मछली प्रोसेसिंग इकाई भी स्थापित करने जा रही है, जिसमें फिश फिलेट्स, फिश कटलेट, फिश बॉल्स, फिश आचार, फिश स्प्रिंग रोल इत्यादि का उत्पादन किया जाएगा। जबकि शहरी क्षेत्रों 14 मछली मूल्यवर्धित उत्पादों का उत्पादन व विपणन किया जाएगा। शिविर में कृषि विज्ञान केन्द्र ऊना के डॉ. संजय ने बाजरा उत्पादन का महत्व व लाभ बारे जागरुक किया। उन्होंने इसको प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा संचालित की गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा उनका लाभ उठाने का आह्वान किया। जबकि मत्स्य पालन विभाग ऊना के वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी राम सिंह ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत जलीय कृषि में उपलब्ध विभिन्न फायदों बारे किसानों को जानकारी दी। इसके अलावा एग्रीऑर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड हिमाचल प्रदेश के अनिल राणा ने सतत-परिपत्र शहरी-ग्रामीण अर्थव्यवस्था प्राप्त करने में एफपीओ की भूमिका पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
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