ऊना, 28 सितम्बर – समेकित बाल विकास परियोजना ऊना तथा कृषि विज्ञान केंद्र ऊना के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र रामपुर में पोषण माह के अंतर्गत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप दयाल ने की। कार्यक्रम में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी नरेंदर कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि तथा उपनिदेशक कृषि ऊना कुलभूषण धीमान व खण्ड विकास अधिकारी ऊना केएल वर्मा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी नरेंदर कुमार ने बताया कि पोषण अभियान का मूल उद्देश्य किशोर, किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के विषय में जागरूक बनाना तथा उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है। कुपोषण से लक्षित वर्गों को बचाने के लिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महिला एवं बाल विकास द्वारा आंगनवाड़ी स्तर , पर्यवेक्षक वृत्त स्तर तथा परियोजना स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनके माध्यम से लक्षित वर्गों को पौष्टिक आहार के संबंध में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए जहां जन-जन का सहयोग आवश्यक है वहीं जनप्रतिनिधियों, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों तथा समस्त सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की समावेशी भागीदारी अपेक्षित है।बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप दयाल ने कहा कि मोटे अनाज से तैयार किया गया भोजन व मिष्ठान सहित अन्य खाद्य पदार्थ अन्य अनाजों की तुलना में स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभदायक है। यह न केवल पचाने में आसान है बल्कि इससे अनेक प्रकार के जीवन शैली से जुड़े रोग स्वतः ही ठीक होने लगते हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर गर्भवती, धात्री एवं नवजात शिशु का हेल्थ चेकअप करवाना अति आवश्यक है तथा उनका समय पर वैक्सीनेशन व टीकाकरण भी करवाया जाना आवश्यक है। इन लाभार्थियों को संतुलित पौष्टिक आहार लेना चाहिए, आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट के साथ-साथ मिनरल्स युक्त, कैल्शियम, आयरन युक्त आहार लेना चाहिए तथा कुपोषित और अल्प कुपोषित बच्चों की ओर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और उन्हें किसी विशेषज्ञ डॉक्टर व डाइटिशियन से परामर्श करके उचित उपचार करवाने के साथ-साथ पौष्टिक आहार देकर उसके स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है।इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी एवं कार्यक्रम समन्वयक कृषि विज्ञान केंद्र रामपुर डॉ योगिता ने भी लोगो को मोटे अनाज के महत्व के बारे में जागरूक किया तथा मोटे अनाज को अपने जीवन शैली में अपनाने बारे प्रेरित किया और इसके साथ-साथ कृषि विज्ञान के बारे में भी लोगो को जागरूक किया।कार्यक्रम में उपनिदेशक कृषि ऊना कुलभूषण धीमान ने प्राकृतिक खेती के बारे जागरूक किया तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्राकृतिक तकनीक से खेती करने की विधि को अपनाने का आग्रह किया। इसके अतिरिक्त निर्मल सैणी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा कुमारी पायल ने भी पोषण अभियान तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाआंे पर विचार रखे।इस अवसर पर रीटा एंड टीम ने पोषण अभियान पर लघु नाटिका द्वारा लोगो को जागरूक किया । इस मौके पर 3 गर्भवती महिलायों (प्रिया, काजल और संजीवना) की गोदभराई की गयी तथा 3 बच्चों (सेहजप्रीत, मान्या और हर्षदीप) का अन्प्राशन करवाया गया ताकि लोगो को जागरूक किया जा सके। इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मोटे अनाज पर रेसिपी स्टाल लगाया गया तथा चित्रकारी प्रतियोगिता करवाई गई और उन्हें प्रमाणपत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सन्मानित किया गया।इस अवसर पर पर्यवेक्षक आशा देवी, मीनू वाला ,संतोष कुमारी, कुलबीर कौर, सुमन लता, नानकी देवी, कंचन देवी, बीना रानी, नरेश देवी, सुमन बाला, पोषण ज़िला समन्वयक मंज़ूर खान, पोषण ब्लॉक समन्वयक गुरमुख सिंह, व अन्य उपस्थित रहे।
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